Financial Action Task Force ने पाकिस्तान को लास्ट अल्टीमेटम दे दिया है। अब यदि पाकिस्तान ने आतंकवादियों के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाया तो जून के बाद पाक को ब्लैक लिस्ट किया जा सकता है। पेरिस में हुई 5 दिन की FATF की बैठक में पाकिस्तान से पूछा गया की उसने टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग को रोकने के लिए क्या कदम उठाये है और पाकिस्तान के द्वारा दिए गए जवाबों से FATF को विश्वास नहीं हुआ और पाकिस्तान को 27 सूत्रीय कार्ययोजना का पालन करने को बोल दिया है। अब यदि पाक गंभीरता से आतंकवादियों पर कार्यवाही नहीं करता तो उसको ब्लैक लिस्ट होने से कोई नहीं बचा सकता।
Pakistan to stay on FATF's grey list till June 2020
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— ANI Digital (@ani_digital) February 21, 2020
FATF की अगली बैठक
FATF अब चार महीने बाद पाकिस्तान की खबर लेगा। अब यदि जून तक पाकिस्तान आतंकी संगठनों पर कोई सख्त कार्यवाही नहीं करता है तो पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट कर दिया जायेगा और इससे पाकिस्तान की कमर टूट जाएगी। क्योंकि फिर कोई देश पाकिस्तान की मदद नहीं कर पायेगा और न ही पाक को कर्ज मिलेगा। पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति वैसे भी अच्छी नहीं है व उसके ऊपर पहले से ही काफी कर्ज है। अब पाकिस्तान के ऊपर काफी दबाव है यदि ब्लैक लिस्ट होने से पाक को बचना है तो मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग पर रोक लगनी ही होगी।
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पाक के दोस्त नहीं आये काम
पाकिस्तान के दोस्त चीन और सऊदी अरब ने भी पाकिस्तान का साथ नहीं दिया है। अमेरिका,भारत व अन्य सभी 37 देशों ने पाक को आतंकी संगठन और उनके सरगनाओं को भी सजा देने के लिए कहा है। इस बैठक में सबसे अहम् रोल भारत का रहा क्योंकि भारत के पास वो सभी सबूत है, जिनके आधार पर पाकिस्तान को Black List किया जा सकता है। पिछले 5 महीनों में FATF की 3 बैठक हो चुकी है। अब जून में होने वाली बैठक में देखना होगा पाकिस्तान ग्रे लिस्ट में रहेगा या उससे बाहर निकलेगा।