यस बैंक (Yes Bank) के प्रवर्तक राणा कपूर तथा बाकी लोगों के खिलाफ चल रही मनी लांड्रिंग की जांच के सम्बंध में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अम्बानी को समन भेजा है। इस मामले की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने कहा कि यस बैंक से लिए गए कर्ज़े में से जो खाते गैर निष्पादित परिसंपत्ति (NPA) में बदल गए हैं उनमे से अनिल अम्बानी के ग्रुप की कम्पनियाँ भी बड़े कर्जधारकों में से हैं।
ईडी ने इसीलिए अनिल अम्बानी को समन भेजकर सोमवार को मुंबई के कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा है। अधिकारियों का कहना है कि कुछ निजी कारणों के चलते अनिल अम्बानी ने उपस्थित होने से इंकार करते हुए छूट देने की मांग किया है और कहा है कि संभव हो तो उनको नयी तारीख दे दी जाए। जानकारी के लिए बता दें कि अनिल अम्बानी के ग्रुप की कंपनियों द्वारा यस बैंक से लिए गए कर्ज़े में से करीब 12800 करोड़ रूपए एनपीए में तब्दील हो गए हैं।
यस बैंक में निवेश कर सकता है एसबीआई, राणा कपूर से ईडी कर रही पूछताछ
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 6 मार्च को हुए एक संवाददाता सम्मलेन के दौरान कहा था कि अनिल अम्बानी ग्रुप, दीवान हाउसिंग फाइनेंस कार्पोरेशन लिमिटेड (DHFL), इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज़ (ILFS), एस्सेल (Essel) तथा वोडाफोन (Vodafone) यस बैंक के बड़े कर्जदारों में मौजूद हैं।
अधिकारियों का कहना है कि जिन कंपनियों द्वारा यस बैंक से लिए कर्ज़े एनपीए हो गए हैं उन सभी बड़ी कंपनियों के प्रवर्तकों को कार्यालय में बुलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि राणा कपूर अभी फिलहाल हिरासत में हैं और मनी लांड्रिंग रोकथाम अधिनियम के अंतर्गत रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अम्बानी का भी बयान लिया जाएगा।