अयोध्या मामले को लेकर आल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल कर दी है। जमीयत उलेमा हिंद से जुड़े मौलाना असद रशीदी ने 217 पन्ने की याचिका तैयार किया है।
पुनर्विचार याचिका में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि उस स्थान पर नमाज़ होती थी लेकिन इसके बावजूद मुसलमानों को बाहर कर दिया गया। सन 1949 में अवैध तरीके से मस्जिद के अंदर मूर्ति रख दी गई। इन सब के बाद भी रामलला को पूरी जगह दे दी गई।
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सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवम्बर को अयोध्या मामले पर ऐतिहासिक फैसला सुनाया था जिसमे मुसलामानों को विवादित स्थान से अलग किसी अन्य जगह पर 5 एकड़ ज़मीन दी गई थी लेकिन एआईएमपीएलबी ने इस फैसले को गलत मानते हुए एक बैठक किया था जिसमे पुनर्विचार याचिका दाखिल करने का फैसला लिया गया था।