आज बुधवार को उच्चतम न्यायालय में पालघर में 2 साधुओं सहित तीन व्यक्तियों की भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या करने के मामले की जांच याचिका पर सुनवाई हुई। दरअसल उच्चतम न्यायालय में पंच दशबन जूना अखाड़ा के साधुओं और मृतक साधुओं के परिजनों ने 2 याचिकाएं दाखिल की है।
एक याचिका में पुलिस पर आरोप लगाया गया है कि पालघर में 18 अप्रैल को हुई हिंसा की जांच महाराष्ट्र पुलिस दुर्भावनापूर्ण तरीके से कर रहे हैं और दूसरी याचिका में इस पूरे मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी से कराने की मांग की गई है। इन याचिकाओं पर उच्चतम न्यायालय ने महाराष्ट्र सरकार से जवाब मांगा है।
दरअसल 18 अप्रैल को देर रात 2 साधुओं और उनके ड्राइवर की पीट-पीट कर भीड़ ने हत्या कर दी थी। जिसके पूरे देश ने इस घटना की आलोचना की थी और सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की। इस घटना से देश के सभी साधु-संत बहुत क्रोधित हुए और महाराष्ट्र कूच करने की बात कही थी।
इसके बाद महाराष्ट्र पुलिस ने सख्त कार्यवाही करते हुए अगले ही दिन 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया था और कुछ की तलाश की जा रही थी। क्योंकि इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुए थे। जिसमें कुछ लोगों की पहचान हुई थी।