राफेल विमान की पहली खेप को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस में स्वीकार किया। दशहरे के अवसर पर शस्त्र पूजन किया जाता है,राजनाथ सिंह ने भी विधिवत पूजा कर राफेल को स्वीकार किया। जिसके बाद रक्षामंत्री ने करीब 30 मिनट तक राफेल में उड़ान भरी। फरवरी 2021 तक, भारत को 18 राफेल विमानों की डिलीवरी और 2022 तक 36 राफेल भारत को फ्रांस देगा।
Mérignac(France): Defence Minister Rajnath Singh lands after taking a sortie in the #Rafale jet https://t.co/cQO4wBjDry pic.twitter.com/xCtxWOYI0S
— ANI (@ANI) October 8, 2019
फ्रांस से भारत तक राफेल पायलेट करेंगे कोड में बात
भले ही रक्षामंत्री ने राफेल की पहली खेप को स्वीकार किया हो पर राफेल भारत अगले साल तक मई में आएंगे और राफेल को भारत लाते समय भारतीय पायलट कोड्स में वार्ता करेंगे। राफेल के लिए भारतीय पायलेट को ट्रेनिंग फ़्रांस में दी गयी है। राफेल को भारत में हरियाणा के अंबाला में तथा पश्चिम बंगाल के हाशिमआरा में तैनात किया जायेगा।
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#WATCH Defence Minister Rajnath Singh after taking a sortie in the #Rafale jet : It was a very comfortable and smooth flight. It was an unprecedented moment, I had never thought that one day I will fly at super sonic speed in a combat aircraft. #France pic.twitter.com/PUmbUz5UCg
— ANI (@ANI) October 8, 2019
फ्रांस से भारत आने से पहले अन्य दो देशो में होगी राफेल की लैंडिंग
खबर के अनुसार राफेल पहली बार ग्रीस या इटली में लैंड और दूसरी बार में ओमान या तुर्की में लैंड करेगा। ऐसा राफेल में ईंधन भरने के लिए किया जायेगा। भारत से फ्रांस की दूरी 7364 km है। इतनी अधिक दूरी होने की वजह से राफेल को दो बार ईंधन लेने हेतु लैंड कराना पढ़ेगा और राफेल भारत तक कयी सारे देशों की सीमा से होता हुआ, गुजरात के जामनगर में लैंड करेगा। राफेल को भारत 1000 km/h की तेज़ गति से व 33000 फ़ीट की उचाई तक उड़ान भर कर लाया जायेगा। वैसे इसकी अधिकतम गति 2222 km/h है।