भारतीय रेलवे एक बहुत ही कठिन प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होते ही रेलवे इतिहास रच देगी। इस प्रोजेक्ट का नाम है चिनाब ब्रिज,जोकि जम्मू कश्मीर में चिनाब नदी के ऊपर दो पहाड़ों के बीच बनाया जा रहा है। ये ब्रिज न सिर्फ दो पहाड़ों को जोड़ेगा बल्कि जम्मू कश्मीर को भारत से भी जोड़ेगा। जिससे भारत के बाकि राज्यों की तरह जम्मू कश्मीर में भी तेजी से विकास होगा और पर्यटकों को भी लाभ होगा। चिनाब ब्रिज का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद ये दुनिया का सबसे ऊँचा ब्रिज होगा। रेलवे रिहासी और बनिहाल में रेल मार्ग बना रही है जोकि 111 किलोमीटर लम्बा होगा और इसके बीच में 37 पुल और 27 सुरंग बनेंगी। इसी रास्ते में पड़ती है चिनाब नदी, जिसपर पुल बनाया जा रहा है।
आसान नहीं ब्रिज बनाना
इसका निर्माण 2005 में शुरू हुआ था लेकिन तकनिकी खराबी की वजह से 2008 में निर्माण कार्य को रोकना पड़ा। IIT बेंगलुरु ने इसका डिजाइन बनाया है और 2012 में चिनाब ब्रिज का डिजाइन पास हुआ। अब इंजीनियर्स के सामने 3 सबसे बड़ी चुनौती थी,पहला पहाड़, दूसरा कठिन रास्ते और तीसरा मौसम। इंजीनियर्स को ऐसा पुल बनाना था जोकि मजबूत टिकाऊ और हर परिस्थिति का सामना करने वाला हो पर पहाड़ों में रास्ता बनाना ही कठिन काम होता है और यहाँ तो दो पहाड़ों के बीच में रेल पुल को बनाना था।
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इंजीनियर्स और मजदूरों को कार्य स्थल पर लाने के लिए घोड़ों और हैलीकॉप्टर का उपयोग किया गया। इसके बाद सबसे पहले पहाड़ पर रास्ता बनाया गया। जिससे मशीनों आदि को ऊपर ले जाया जा सके फिर शुरू हुआ चिनाब ब्रिज को बनाने का काम। यहाँ पर सबसे बड़ी चुनौती थी भूस्खलन को रोकना, जिसके लिए पहाड़ पर कंक्रीट मसाले की मोटी पर्त चढ़ाई गयी और 137 मीटर ऊँचे पिलरों को 50 X 36.5 मीटर के आधार पर खड़ा किया गया साथ ही 4 , 8 , 11 मीटर की लम्बी व मोटी रोड को पहाड़ में ड्रिल किया गया।
चिनाब ब्रिज की खासियत
➤ ये दुनिया का सबसे ऊँचा पुल है,जिसकी ऊंचाई 359 मीटर होगी।
➤ चिनाब ब्रिज की लम्बाई 1315 मीटर है।
➤ 8 रिक्टर स्केल तक के भूकंप के झटके आसानी से झेल सकता है।
➤ इसकी उम्र 120 साल की होगी।
➤ इसके निर्माण में 25000 टन स्टील का इस्तेमाल होगा।
➤ चिनाब ब्रिज को बनाने में कुल लागत 1198 करोड़ रूपए की आएगी।
➤ 260 किलोमीटर / घंटे की तेज़ गति से चलने वाले तुफानो को भी झेलने में सक्षम।
➤ -20 डिग्री तापमान का भी कोई असर नहीं होगा।
➤ चिनाब ब्रिज के ऊपर से ट्रेन 90 किलोमीटर / घंटे की स्पीड से गुजर सकेगी।
➤ बम धमाके का भी इसपर कोई असर नहीं होगा।
इतनी सारी खूबियां इस ब्रिज में होंगी तो जाहिर सी बात है यात्रियों को इसके ऊपर से गुजरने में डर नहीं लगेगा और वो दुनिया के सबसे ऊँचे रेल ब्रिज के ऊपर से गुजरने का सुखद अनुभव ले सकेंगे। बता दें चिनाब ब्रिज एफेल टावर और कुतुब मीनार से भी कई गुना ऊँचा है। इससे पहले दुनिया का सबसे ऊँचा पुल फ़्रांस में था, जिसका नाम मिलाऊ ब्रिज है और इसकी ऊंचाई 343 मीटर है। लेकिन चिनाब ब्रिज इससे भी ऊँचा होगा और इसका आकार आर्च की तरह होगा जोकि पहली बार रेल मार्ग के निर्माण के लिए भारत में बनाया जा रहा है। जोकि बहुत कठिन प्रोजेक्ट है।
CRPF की 4 टीम तैनात
जैसा की आप सब जानते है की जम्मू कश्मीर में आतंकी सक्रीय रहते है और वो इस प्रोजेक्ट में विघ्न डाल सकते थे। इसी बात को ध्यान में रखते हुए CRPF की 4 टीम को निर्माण स्थल पर तैनात किया गया है। साथ ही पुल के दोनों ओर सेंसर लगाये गये है जो किसी प्रकार का खतरा होने पर पहले ही अलर्ट करेंगे। पुल की सुरक्षा के लिए पेट्रोलिंग और ड्रोन के जरिये नजर भी रखी जाएगी। आसान भाषा में कहें तो ये पुल पूरी तरह से सुरक्षित है।