बंगाल की खाड़ी से उठा Amphan Cyclone ने पश्चिम बंगाल में बहुत तबाही मचाई है। इस चक्रवाती तूफान की वजह से 10 लाख घर तबाह हुए हैं और डेढ़ करोड़ लोग प्रभावित हुए। वहीं मृतकों की संख्या भी 80 से बढ़कर 86 हो गई है। तूफान से हुई इतनी बर्बादी के बाद जरूरी सेवाओं को पुनः शुरू करने के लिए रेलवे और सेना की सहायता ली जा रही है।
लोगों ने किया प्रदर्शन
Amphan Cyclone की वजह से प्रभावित इलाकों में बिजली पानी 3 दिनों से गुल है। जिसकी वजह से गुस्साए लोगों ने कई जगहों पर हिंसक दर्शन किए। हिंसक भीड़ ने उत्तर 24 परगना जिले के टीटागढ़ में पुलिस की एक गाड़ी में भी आग लगा दी थी। जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की और कहा कि राहत कार्य किए जा रहे हैं।
अम्फान तूफान की वजह से ही पश्चिम बंगाल सरकार ने रेलवे बोर्ड को 23 मई को पत्र लिखकर प्रवासियों के लिए चलाई जाने वाली स्पेशल ट्रेनों को 26 मई तक ना भेजने को कहा था। क्योंकि इस तूफान की वजह से लगभग 60 % आबादी प्रभावित है और अभी राहत कार्य किए जा रहे हैं। जिसकी वजह से कोई ट्रेनों को रिसीव नहीं कर पाएगा।
जिन लोगों ने इस तूफान में अपने स्वजनों को खोया है, उनके लिए राज्य सरकार ने 2-2 लाख रुपए देने की घोषणा की है। वहीं केंद्र सरकार ने मृतकों को दो 2-2 लाख रुपए व घायलों को 50 हजार रुपए का मुआवजा देने को कहा है।