नोएडा में नहीं जलाया जाएगा रावण का पुतला, ऐसा होगा रावण का हाल

उत्तर प्रदेश के नोएडा में पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए, रावण के पुतले को 500 किलोग्राम प्लास्टिक कचरे से बनाया गया है। यह प्लास्टिक का पुतला 20 फुट का है। रावण के पुतले को ध्वस्त करने के लिए बाकायदा एक खास प्लान बनाया गया है। इस बार पुतले को पारंपरिक तौर पर जलाए जाने के बजाय यांत्रिक तरीके से ध्वस्त किया जाएगा।

प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया है कि रावण के पुतले को नोएडा के सेक्टर 21-ए के स्टेडियम में लगाया जाएगा। पुतले का निर्माण 500 किलोग्राम प्लास्टिक कचरे से किया गया है। पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए, इस पुतले का निस्तारण सीमेंट भट्ठे में किया जाएगा।

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सिंगल यूज़ प्लास्टिक को लेकर फैलाना है जागरूकता  

नोएडा प्राधिकरण के महाप्रबंधक राजीव त्यागी ने बताया कि इसका समर्थन सीमेंट मैन्यूफैक्चर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने किया है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है की लोगों में सिंगल यूज़ प्लास्टिक को लेकर जागरूकता फैले।

अधिकारियों ने बताया कि प्लास्टिक से बने रावण के पुतले को हर बार की तरह इस बार जलाया नहीं जाएगा।  मुख्य अतिथि द्वारा एक बटन की मदद से इसे गिराया जाएगा। पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए गिरे हुए पुतले को उचित निस्तारण के लिए सीमेंट की भट्ठी में ले जाया जाएगा।

स्वच्छता ही सेवा

इस बार का जरुरी कदम है कि पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाना। सीमेंट मैन्यूफैक्चर्स एसोसिएशन ने ‘स्वच्छता ही सेवा’ के तहत विभिन्न कदमों के लिए जल शक्ति, आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के साथ हाथ मिलाया है। इस तरह के पुतले दशहरे के मौके पर नोएडा, दिल्ली के साथ पांच और शहरों में बनाये गए हैं।

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