गोंडा :। खबर यूपी के गोंडा जिले से है जहां थाना कोतवाली देहात क्षेत्र के खमरिया गांव की रहने वाली 2 दर्जन से अधिक महिलाओं ने शराब बनाने के गोरखधंधे को छोड़कर अब सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का हिस्सा बनकर घर में रोजगार पाकर अपने बच्चों का भरण पोषण करेंगी।
महिलाओं का कहना है कि शराब बनाने के काम में डर डर कर जीना पड़ता है पुलिस वाले लगातार परेशान करते हैं और पैसे की मांग करते हैं ₹100 का काम में ₹90 वैसे ही चला जाता है तो ऐसे काम करने से क्या फायदा जिसमें कुछ बचता भी नहीं था और घाटा ही घाटा था हमारे पास कोई खेती नहीं थी।
इसीलिए ऐसा काम करते थे लेकिन अब हम 2 दर्जन से अधिक महिलाएं इस काम को छोड़कर स्वरोजगार के तहत अन्य कार्य को करेंगे और अपने बच्चों का भरण पोषण करेंगे।
वही पूरे मामले पर मुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी का कहना है की खमरिया गांव की महिलाएं अवैध शराब बनाने के कार्य को छोड़ दिया है ऐसी जानकारी मिली है वह महिलाएं अगर मेरे पास आएंगी तो सरकार द्वारा चलाई जा रही कई योजनाओं के तहत उन को रोजगार दिया जाएगा। जिसमें दोना पत्तल या मोमबत्ती अगरबत्ती जो भी वह महिलाएं कार्य करने में सक्षम होगी वह रोजगार उनको दिया जाएगा और ऐसी महिलाओं रोजगार के लिए आगे आए हैं अच्छा काम है उन्होंने शराब बनाने के गोरखधंधा को बंद कर दिया है।
रिपोर्ट :- अतुल कुमार यादव