भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) ने वायुसेना की पहली तीन महिला फाइटर पायलटों को रविवार के दिन ‘अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ (International Women’s Day) के अवसर पर नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया है। यह पुरस्कार राष्ट्रपति भवन में महिला फाइटर पायलट अवनि चतुर्वेदी, भावना कान्त तथा मोहना सिंह जीतरवाल को दिया गया है।
Being first or woman doesn't matter, being a fighter pilot does; say Indian Air Force's first female fighter pilots
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— ANI Digital (@ani_digital) March 8, 2020
तीनों पायलटों का कहना है कि वह किसी भी प्रकार के ओप्रशन के लिए हमेशा तैयार हैं और अपने देश की सेवा करना चाहती हैं। वायुसेना में महिलाओं के लिए भारत सरकार ने प्रयोग के तौर पर फाइटर स्ट्रीम को चालू किया था और इसके पश्चात इन तीन महिलाओं को फाइटर पायलट नियुक्त किया गया था। तीनों महिलाओं को वायुसेना के स्क्वॉड्रन में रखा गया और इन तीनों ने वर्ष 2018 में मिग 21 लड़ाकू विमान को भी उडाया है।
महिला फाइटर पायलट अवनि चतुर्वेदी
इस मौके पर पायलट अवनि चतुर्वेदी ने कहा कि आप जो भी कैरियर चुने उसके लिए दर्जन निश्चय कर लें और जमकर मेहनत करें। इससे रास्ते में आने वाली सभी परेशानियां खुद ही दूर हो जाती हैं। अवनि चतुर्वेदी ने हैदराबाद एयरफोर्स एकेडमी में अपनी ट्रेनिंग पूरी किया और अब राजस्थान के सूरतगढ़ में स्क्वॉड्रन संख्या 23 में कार्यरत हैं। अवनि को वर्ष 2018 में फ़्लाइट लेफ्टिनेंट बनाया गया था और वनस्थली विद्यापीठ ने उनको डॉक्टरेट कि उपाधि प्रदान किया था।
उत्तर प्रदेश को मिला सर्वोत्तम राज्य का पुरस्कार
महिला फाइटर पायलट भावना कान्त
पायलट भावना कान्त ने बताया कि यह पुरस्कार हम लोगों के लिए गर्व की बात है। यह पुरस्कार उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा का श्रोत है जो आगे कुछ कर गुजरने की इच्छा रखती हैं। भावना कान्त बिहार के दरभंगा की निवासी हैं और उन्होंने बेंगलुरु के केबीएमएस कालेज ऑफ़ इंजीनियरिंग से बीई (मेडिकल इलेक्ट्रानिक्स) की डिग्री प्राप्त किया है। अब भावना हरियाणा के अम्बाला में स्क्वॉड्रन संख्या 3 में कार्य कर रही हैं।
महिला फाइटर पायलट मोहना सिंह जीतरवाल
मोहना सिंह जीतरवाल का कहना है कि हम महिलाओं को भी अब लड़ाकू विमान में लड़ने का मौका मिल रहा है और इसके लिए मै वायुसेना का शुक्रिया अदा करती हूँ। मै सभी को सन्देश देना चाहती हूँ कि अपने सपनों को पूरा करने के लिए हमेशा कोशिशें करते रहें। मोहना जीतरवाल ने नई दिल्ली में एयरफोर्स विद्यालय से पढ़ाई किया है। उनके पिता प्रताप सिंह वायुसेना में वारंट अफसर हैं और उनके दादा सन 1948 में भारत व पकिस्तान के बीच हुए युद्ध में मारे गए थे। शहीद होने के बाद उनको वीरचक्र से सम्मानित भी किया गया था।