दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में मंगलवार को 6.3 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केन्द्र पाकिस्तान में था। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र (एनसीएस) ने यह जानकारी दी। एनसीएस के अधिकारियों ने बताया कि शाम चार बजकर 33 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। अधिकारियों ने बताया कि भूकंप से किसी तरह के जानमाल के नुकसान की तत्काल कोई सूचना नहीं है।
एनसीएस में संचालन प्रमुख जे एल गौतम ने बताया, ‘‘भूकंप का केन्द्र भारत-पाकिस्तान सीमा के निकट स्थित था। भूकंप के केन्द्र के सबसे करीब बड़ा शहर रावलपिंडी (पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में) है।’’ भूकंप से राजस्थान, पंजाब और हरियाणा समेत कई स्थानों पर लोग दहशत में अपने घरों और कार्यालयों से बाहर निकल आए।
बता दें कि ये झटके शाम 4 बजकर 33 मिनट पर महसूस किए गए हैं। फिलहाल किसी भी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है लेकिन भूकंप का ज्यादा असर पाकिस्तानी इलाकों में हुआ है। इस बात की आशंका है कि पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर तबाही हो सकती है।
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भूकंप के झटके हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, कश्मीर, हिमाचल प्रदेश की अलग-अलग जगहों पर भी महसूस किया गया है। पंजाब के अमृतसर, होशियारपुर जालंधर और फिरोजपुर में महसूस किए गए। जम्मू-कश्मीर के राजौरी, पूंछ, जम्मू, उधमपुर और कठुआ जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए।
उत्तराखंड में सोमवार को रिक्टर पैमाने पर 5.8 तीव्रता का भूकंप आया, जिसे दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य भागों में भी महसूस किया गया। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की इकाई राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान ब्यूरो के ऑपरेशन प्रमुख जेएल गौतम ने बताया कि भूकंप का केन्द्र उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में था। उन्होंने बताया, ‘‘भूकंप की गहराई 33 किलोमीटर थी और यह रात 10 बजकर 33 मिनट पर आया। ’’ हिमालय क्षेत्र में आने वाला उत्तराखंड अधिक भूकंपीय गतिविधियों के लिए जाना जाता है। भूकंप के झटके पंजाब, हरियाणा, उनकी संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में भी महसूस किये गये, जिसके बाद कई लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।