निराले अंदाज के IAS हैं डाॅ.राजशेखर

उत्तर प्रदेश में लखनऊ के डाक्टर राजशेखर प्रबन्ध निदेशक, परिवहन निगम पद की गरिमा से एकदम अलग उनका स्वभाव है। उनकी स्वच्छ सरलता स्वभाव ही हर जगह दिखाई देता है। डाक्टर राजशेखर का ऐसा गुण किसी आईआईएम के पाठशाला से नहीं मिला है बल्कि अपनी स्वमं की पाठशाला से प्राप्त हुई है। यह गुण उनके अन्दर खुद-बा-खुद होता है जो दिल और मन से साफ होते है। मन जब सहज सरल होता है तो सौम्य-स्वच्छ शीतल, मृद-मधुर और मन हमशा शांत रहता है। परिवहन निगम में कुछ अलग ही निखार का एहसास प्रहरी मीमांसा को दिखाई दे रहा है। जब निखार दिखाई दे रहा हो तो सवाल पूछना भी लाजमी है।

अखिलेश यादव ने किया डाॅ.राजशेखर सम्मानित

डाॅ.राजशेखर वही हैं जिन्हें लखनऊ में 2 सितंबर 2016 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सम्मानित किया। लखनऊ एक्सप्रेस-वे के निर्माण में उनके योगदान के लिए एक प्रशंसा पत्र दिया था। आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे भारत की सबसे लंबी 6 लेन सड़क परियोजना थी जो उत्तर प्रदेश में सीएम अखिलेश सरकार के रिकाॅर्ड समय में पूरी हुई है।

परिवहन मंत्री द्वारा बेबी केयर क्यूबिकल का हुआ आज उद्घाटन

डाॅ. राजशेखर परिवहन निगम ने जब से पदभार ग्रहण किया है तब से लेकर समाचार लिखे जाने तक बहुत मेहनत करते दिखाई दे रहे हैं। परिवहन निगम में अनगिनत प्रबन्ध निदेशक आये और चले गये लेकिन उनकी उपलब्धियों की ‘मीमांसा’ नहीं किया गया। 

डाॅ. राजशेखर लखनऊ के आईएएस अधिकारी 

राजधानी लखनऊ के डाॅ. राजशेखर चिर परिचित आईएएस अधिकारी हैं। जब वह जिलाधिकारी थे तब लखनऊ को चमका दिया था। डाॅ. राजशेखर ने निगम में सीमित संसाधन में उच्च कोटि की व्यवस्था सभी यात्रियों को उपलब्ध करा रहे हैं। अभी हाल ही में प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों एवं कुछ आईएएस अधिकारियों को आईआईएम के पाठशाला में कुछ अलग से सीखने के लिए भेजा गया था। उसका क्या नतीजा रहा यह अबतक नहीं पता चल पाया है। हालांकि प्रबंधन के लिए ज्ञान की अवाश्यकता होती है परन्तु डॉ. राजशेखर आईएएस बिना आईआईएम गये ही परिवहन निगम में काफी बदलाव ला रहे हैं। 

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