दिल्ली में प्रदुषण की समस्या का हल ढूंढने के लिए सरकार ने एक नया कदम उठाया है। भीषण प्रदूषण से जूझ रहे दिल्ली-एनसीआर की लोगों को फिलहाल राहत देने के लिए सरकार ने दिल्ली में स्मॉग टावर लगाना शुरू कर दिया है। दक्षिण दिल्ली के लाजपत नगर के सेंट्रल मार्केट में पहला स्मॉग टावर स्थापित किया गया है। “स्मॉग टॉवर” लाजपत नगर के बाजार में हवा को शुद्ध करेगा। एयर प्यूरीफायर को ट्रेडर्स एसोसिएशन लाजपत नगर और गौतम गंभीर फाउंडेशन ने लगाया है। इसकी ऊंचाई 20 फीट है। इस सुविधा का उद्घाटन क्रिकेटर से राजनेता बने गौतम गंभीर आज दोपहर में करेंगे।
दिल्ली में प्रदूषित कण वातावरण में काफी नीचे तक आ गए हैं। इससे लोगों ने आंखों में जलन तथा सांस लेने में दिक्कत हो रही है। लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। दिल्ली-एनसीआर में लगातार जहरीली होती जा रही हवा को लेकर सुप्रीम कोर्ट से संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार से स्मॉग टावर लगाने की सम्भवनाओं के बारे में जानकारी मांगी थी। कोर्ट ने कहा था की ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया जाए जिससे से ज्यादा रेंज तक हवा को साफ किया जा सके।
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आईये जानते है स्मॉग टॉवर क्या होते है
स्मॉग टॉवर एक प्रकार का एयर प्यूरीफायर है जो आकार में काफी बड़ा होता है। स्मॉग टॉवर एल्युमिनियम का बना होता है। एयर प्यूरीफायर आसपास की गंदी हवा से प्रदूषित कणों को अंदर खींचता है और स्वच्छ हवा बाहर फेंकता है। कुल मिलाकर यह बड़े स्तर पर हवा साफ करने वाली मशीन है। सामान्यतः ये प्यूरीफायर बिजली से चलते हैं परन्तु इन्हे सोलर पावर से भी चलाया जा सकता है।
विश्व का पहला स्मॉग टॉवर चीन के बीजिंग शहर में स्थापित किया गया था। इसे बाद में चीन के अन्य प्रांतों तियांजिन तथा क्राको शहर में लगाया गया। इस विशाल वैक्यूम क्लीनर का निर्माण नीदरलैंड में किया गया था। स्मॉग टॉवर का पहला प्रोटोटाइम नीदरलैंड्स के डैन रूजगार्डे ने बनाया था।
प्रदूषित हवा से लोगों को निजात दिलाने के लिए सरकार की तरफ से उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। जो लोगों को विभिन्न प्रकार की बीमारियों तथा गले और आंखों में एलर्जी होने जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलायेगा।