शाहीन बाग़ में CAA के ख़िलाफ़ हो रहे Protest को कवर करने पहुंचे एक वरिष्ठ पत्रकार के साथ प्रदर्शनकारियों ने मारपीट की तथा उनके कैमरे को भी तोड़ दिया।
बता दे की बीते 24 january को News Nations की टीम शाहीन बाग़ में CAA को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन को कवर करने पहुंची थी। साथ में थे वरिष्ठ पत्रकार Deepak Chaurasiya। जैसे ही Deepak Chaurasiya ने कवरेज शुरू की नौजवान लड़कों की एक भीड़ ने पहले तो धक्का-मुक्की की और फिर मारपीट पर उतर आये। इस घटना में कैमरामैन के हाथ से कैमरा छीनने और तोड़ने कोशिश की गयी।
घटना के तुरंत बाद Deepak Chaurasiya अपने ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो अपलोड कर घटना की जानकारी दी। अपलोड होने ही यह वीडियो ट्विटर पर ट्रैंड करने लगा।
बकौल Deepak Chaurasiya ” हम किसी तरह अपनी जान बचाने में कामयाब हो गए भीड़ हमें लिंच करना चाहती थी। वो सात मिनट जो मैंने वहाँ बिताये मेरी ज़िन्दगी के सबसे डरावने पल थे ”
इस घटना के बाद शाहीन में हो रहा विरोध प्रदर्शन सवालों के घेरे में आ गया है। वो लोग जो संविधान बचाने की दुहाई देते हुए महीनो महीनो से विरोध प्रदर्शन कर रहें अब वही लोग संविधान को धता बताते हुए कानून अपने हांथों में ले रहे है। ऐसा करके उन्होंने पुरे विरोध प्रदर्शन एक बार फिर संदेह घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है। प्रदर्शनकारियों की मंशा पर भी सवाल खड़े हो गये हैं। ऐसा कहा जा रहा कि ये ये प्रदर्शन किसी कानून के विरोध में नहीं बल्कि एक संप्रदाय विशेष को केंद्र सरकार के विरोध में संगठित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
देश के मशहूर पत्रकार, विचारक एवं रोमन मैग्ससे पुरस्कार विजेता Ravish Kumar ने कहा है कि किसी भी पत्रकार के साथ हुयी किसी भी तरह की हिंसक घटना
निंदनीय है। इसका समर्थन नहीं किया जाना चाहिए। एक सभ्य लोकतंत्र में इस तरह की घटना के लिए कोई स्थान नहीं है।