लखनऊ के खालसा होटल इन में रुके थे कमलेश के हत्यारे

  • हत्यारे 2 अलग-अलग आईडी शेख अशफाक हुसैन और पठान मोइनुद्दीन अहमद नाम के से थे रुके
  • होटल के कमरे की फोरेंसिक फील्डयूनिट ने किया निरीक्षण, पुलिस ने कमरे को किया सील
  • खून से सने भगवा कुर्ते, जिओ मोबाइल का डब्बा, शेविंग किट, चश्मे का डिब्बा कमरे से मिले

कमलेश तिवारी के हत्याकांड में पुलिस को अहम् सुराग हाथ लगे हैं। लखनऊ पुलिस ने बताया कि कमलेश तिवारी की हत्या करने के बाद हत्यारे सीधे पश्चिमी लखनऊ में कैसरबाग थाना क्षेत्र स्थित लालबाग के खालसा होटल इन में पहुंचे थे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी को कल रात खबर मिली थी कि खालसा होटल के कमरे में कुछ भगवा कपड़े और बैग पड़े हुए हैं जिसके पुलिस होटल पहुंची तथा फील्डयूनिट को बुलाकर एविडेंस जुटाए। होटल के कमरे की फोरेंसिक फील्डयूनिट ने निरीक्षण किया जिसके बाद पुलिस ने कमरे को सील कर दिया है।

 

 

 

 

 

 

 

 

कमलेश तिवारी के परिजनों से मिलने पहुँचे अजय कुमार लल्लू

पुलिस को खालसा होटल इन के कमरे से अपराधियों के खून से सने भगवा कुर्ते, जिओ मोबाइल का डब्बा, शेविंग किट, चश्मे का डिब्बा और अन्य सामान मिले हैं। पुलिस का कहना है कि दोनों अपराधी 17 अक्टूबर को खालसा होटल इन में 11:08 रात को चेक इन किया था। अगले दिन 18 अक्टूबर को सुबह 10:38 बजे होटल से निकले थे। हत्या की वारदात अंजाम देने के बाद 1:24 बजे होटल खालसा इन मे वापस लौटे थे और दोपहर 1:37 बजे होटल से चेक आउट किया था। पुलिस ने कहा है कि होटल के कमरे में पाए गए भगवा रंग के कपड़े जांच का अहम हिस्सा होंगे।

पुलिस ने बताया है कि हत्यारे 2 अलग अलग आईडी पर होटल के बेसमेंट में बने कमरा न. G-103 में रुके थे जो शेख अशफाक हुसैन और पठान मोइनुद्दीन अहमद के नाम से हैं। इस होटल का मालिक हरविंदर सिंह है जिसने राजस्थान में रहने वाले हेमराज को लीज पर होटल खालसा इन दिया था।

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