अमेरिका और चीन के बीच का तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। चीन के शहर वुहान से निकला कोरोनावायरस दुनिया भर के देशों में तबाही मचा रहा है और सबसे ज्यादा इससे अमेरिका प्रभावित है। जिसकी वजह से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन से काफी नाराज चल रहे हैं। अब अमेरिकी सीनेट में चीन पर प्रतिबंध लगाने वाला बिल पेश किया गया है।
अमेरिकी संसद में यह बिल नौ सांसदों द्वारा लाया गया है। यदि यह बिल पास होता है तो चीन के लिए एक बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है। क्योंकि इससे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चीन के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए विशेष अधिकार मिल जाएंगे। फिर डोनाल्ड ट्रंप अपनी इच्छा से चीन पर कई तरह के प्रतिबंध और जांच करा सकते हैं।
बिल पास होने के बाद ट्रंप उठा सकते यह कदम
1.डोनाल्ड ट्रंप चीन को 2 महीनों के अंदर कोरोनावायरस की जांच में सहयोग करने के लिए कह सकते हैं।
2.यदि चीन ने इसमें आनाकानी की तो ट्रंप चीन की व्यापार संपत्ति को भी सीज कर सकते हैं।
3.चीन के वेट बाजार को बंद करने का आदेश दे सकते हैं।
4.चीन के लिए वीजा पर प्रतिबंध लगा सकते हैं।
5.अमेरिकी कंपनियों को चीन के साथ कारोबार करने से रोकना।
6.अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज में चीनी कंपनियों को रजिस्टर करने पर रोक लगाना।
7.इसके साथ ही अन्य देशों को भी चीन के साथ व्यापार ना करने के लिए कह सकते हैं।
मालूम हो कल बुधवार को अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने 6 देशों के विदेश मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की थी। जिसमें चीन के ऊपर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने के लिए चर्चा हुई। इस बैठक में भारत के विदेश मंत्री भी शामिल हुए। चीन के खिलाफ लड़ाई में ज्यादातर देश भारत का भी साथ चाहते हैं। क्योंकि भारत चीन के बाद दूसरा दुनिया का सबसे बड़ा देश है और भारत चीन के बीच व्यापार भी काफी होता है। यदि अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी इन सभी देशों ने चीन के साथ अपने व्यापारीक रिश्ते समाप्त कर लिए तो चीन को बहुत बड़ा झटका लगेगा।