भारत और चीन के बीच तनाव बना हुआ है। ऐसे में pm modi ने आज शुक्रवार को लेह पहुंच कर सभी को चौंका दिया। इस बीच पीएम के लेह दौरे को लेकर विपक्ष ने सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री चीन का नाम लेने से गुरेज क्यों है।
28 मई, 2020 –
“मन की बात” में चीन का नाम नहीं।30 मई, 2020 –
“राष्ट्र के नाम” संदेश में चीन का नाम नहीं।3 जुलाई, 2020 –
“सैनिकों से बात” में चीन का नाम नहीं।मज़बूत भारत के प्रधानमंत्री इतने कमजोर क्यों?
चीन का नाम तक लेने से गुरेज़ क्यों?
चीन से आँख में आँख डाल कब बात होगी?— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 3, 2020
सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि 28 मई 2020 को मन की बात में पीएम मोदी ने चीन का नाम नहीं लिया। इसके बाद 30 मई 2020 राष्ट्र के नाम संदेश में भी चीन का नाम नहीं लिया और 3 जुलाई यानी आज सैनिकों से बात करते समय भी चीन का नाम नहीं लिया। मजबूत भारत के प्रधानमंत्री इतने कमजोर क्यों? चीन का नाम तक लेने से गुरेज क्यों? चीन से आंख में आंख डाल कब बात होगी?
इससे पहले कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी से सीमा विवाद को लेकर सच बोलने को कहा था और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मैं भी सवाल किया था कि आखिर प्रधानमंत्री चीन का नाम क्यों नहीं लेते। कांग्रेस का आरोप है कि पीएम मोदी चीन का नाम लेने से बच रहे हैं।
मालूम हो आज जवानों को संबोधित करते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन का नाम नहीं लिया। इसको लेकर विपक्ष ने सवाल खड़े किए हैं। भले ही पीएम मोदी ने चीन का नाम न लिया हो। लेकिन चीन तक सख्त संदेश पहुंच चुका है। पीएम के दौरे के तुरंत बाद चीन का बयान आया कि भारत को तनाव बढ़ाने वाले कदम नहीं उठाने चाहिए।