गाँधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा गृह मंत्रालय द्वारा हटाए जाने के बाद से ही कांग्रेस हायतौबा कर रही थी और संसद में हंगामा खड़ा किया देश में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन और कल लोकसभा में भी कांग्रेस ने एसपीजी का मुद्दा उठा कर हंगामा करना चाहा पर गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस के सभी सवालों का ऐसा जवाब दिया की विपक्ष की बोलती बंद हो गयी। दरअसल कल लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने एसपीजी एक्ट में संशोधन बिल पेश किया और पिछले कई दिनों से कांग्रेस के द्वारा किये जा रहे हंगामे और सवालों का कड़ा जवाब दिया व अमित शाह ने कई प्रश्न भी कांग्रेस से पूछे जिसका कांग्रेस जवाब नहीं दे पायी।
कई सुरक्षा एजेंसियों के सुरक्षाकर्मी एसपीजी में
कल बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में एसपीजी एक्ट में संशोधन बिल पेश किया और बताया की गाँधी परिवार की सुरक्षा में जो बदलाव किया गया है वो पुराने एक्ट के तहत ही ‘इयरली प्रोफेसनल थ्रेट असिस्मेंट’ के आधार पर किया गया। ये तब अस्तित्व में आएगा जब सदन पारित करेगा। आगे अमित शाह ने कहा ‘कांग्रेस के भाषण से देश में सन्देश जा रहा है की गाँधी परिवार की सुरक्षा को हटा लिया गया है और सरकार को उनकी सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है।’ गृह मंत्री ने बताया की सुरक्षा को हटाया नहीं गया सिर्फ बदलाव किया गया है और पहले से ज्यादा सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया। गाँधी परिवार को सीआरपीएफ की Z प्लस सुरक्षा और एम्बुलेंस,ASL दिया गया है।
गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस से प्रश्न किया की एसपीजी बनती कैसे है? एसपीजी के सुरक्षाकर्मी स्वर्ग से नहीं आते। ये सुरक्षाकर्मी सीआरपीएफ,एनएसजी,बीएसएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के जवान होते है और इनसे ही मिलकर एसपीजी बनती है। दूसरा प्रश्न अमित शाह ने किया की जब चंद्रशेखर जी व उनके परिवार के दो लोगों की सुरक्षा हटाई गयी, तब कोई कोंग्रेसी कार्यकर्ता नहीं बोला। इसी तरह जब पूर्व पीएम नरसिंघ राव,आईके गुजराल व उनके परिवार की सुरक्षा हटाई गयी तब किसी ने चिंता व्यक्त नहीं की वो भी तो पूर्व पीएम थे। चिंता किसकी है VIP की, नेतृत्व की या एक परिवार की है इसे स्पष्ट करे।
गांधी परिवार से वापस हुई सुरक्षा को लेकर कांग्रेस युवा ने किया प्रदर्शन
अमित शाह ने कांग्रेस से तीसरा प्रश्न किया की अभी कुछ दिनों पहले ही कांग्रेस पार्टी के मनमोहन सिंह की भी एसपीजी कवर को हटाया गया तब भी किसी ने पूरे देश में कोई प्रश्न नहीं किया। इनकी चिंता एक परिवार के लिए है, सिर्फ सोनिया गाँधी,राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी वाड्रा की सुरक्षा हटाने पर इतनी हायतौबा कांग्रेस कर रही है। एसपीजी कवच पीएम के लिए है और कांग्रेस ने इसे स्टेटस सिम्बल बनाया है। मै सदन में बिल लेकर आने वाला था सदन में चर्चा होने वाली थी पर कांग्रेस ने विन्डिक्ट अप्रोच बोल बोल कर सदन को बंद कर दिया। मै कांग्रेस को बताना चाहता हूँ की विन्डिक्ट अप्रोच हमारी पार्टी का संस्कार नहीं है कांग्रेस ने कई बार विन्डिक्ट अप्रोच से पूरे देश को जेल में डाला।
गाँधी परिवार ने एसपीजी के बिना यात्रायें की
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा की जिस परिवार की ये इतनी चिंता कर रहे है वो खुद कई बार बिना सुरक्षा के देश व विदेश में एसपीजी अधिकारीयों को बिना बताये एसपीजी कवच के बिना जा चुके है। इसपर अधीर रंजन चौधरी ने टोका जिसपर अमित शाह ने कहा ठीक है मै अब नाम के साथ बोलता हूँ। सबसे पहले गृह मंत्री ने सोनिया गाँधी के बारे में बताया की 2015 से 2019 तक सोनिया गाँधी 50 से ज्यादा अवसर पर दिल्ली सरकार व सुरक्षा व्यवस्था को जानकारी दिए बिना गयी और एसपीजी की बुलेट प्रूफ कार का उपयोग भी नहीं किया। सोनिया गाँधी ने 2015 से अभी तक 24 विदेश यात्रा की और एसपीजी को न साथ रखा न सूचना दी।
इसके बाद गृह मंत्री ने प्रियंका गाँधी वाड्रा के बारे में बताया की 2015 से 2019 तक 349 अवसर पर एसपीजी को लिए बिना विदेश गयी और देश में 64 अवसर पर एसपीजी को साथ नहीं रखा। इसके बाद राहुल गाँधी 2004 से 2014 के बीच में देश के 18 हिस्सों में एसपीजी कवर के बिना गए, 2015 से अबतक 1892 अवसरों पर एसपीजी को सूचना दिए बिना गए और 247 विदेश यात्राओं में भी एसपीजी को साथ ले जाना जरुरी नहीं समझा। अमित शाह ने सदन में जब ये आंकड़े प्रमाण के साथ रखे और सवाल पूछा तो कोई भी कोंग्रस का सांसद जवाब नहीं दे पाया की गाँधी परिवार को एसपीजी दी गयी थी तो उसको साथ लेकर क्यों नहीं गए। आगे अमित शाह ने कहा की मै तीनो महानुभावों (राहुल गाँधी,प्रियंका गाँधी और सोनिया गाँधी) से अनुरोध करता हूँ की सीआरपीएफ की Z-प्लस सुरक्षा को साथ रखे। इसके बाद अधीर रंजन ने कहा की पीएम मोदी की सुरक्षा के लिए उठाए गए सभी कदमों का समर्थन करते हैं। गृह मंत्री अमित शाह के भाषण ने स्पष्ट कर दिया है कि ये राजनीतिक प्रतिशोध और बदला है, आप एक ऐसे परिवार को निशाना बना रहे हैं जिसने राष्ट्र के लिए दो जिंदगियां दी हैं।’ इसके बाद सदन में बहस हुई और कांग्रेस ने वाकआउट कर दिया।