आज 22 july के दिन 2019 में ISRO ने चाँद के अनछुए पहलुओं का पता लगाने के लिए Chandrayaan 2 को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 2:43 मिनट पर Launch किया था। जो लगभग 28 दिनों का लम्बा सफर तय करके चाँद की सतह पर पहुंचा था।
सफल रहा था 95 % Chandrayaan 2 mission
22 जुलाई को लांच हुआ Chandrayaan 2 लगभग 28 दिनों का सफर तय करके 7 सितम्बर को चन्द्रमा की सतह पर पहुंचा था पर पहुँचने से लगभग 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर तकनिकी खराबी की वजह से Vikram Lander का संपर्क ISRO से टूट गया और चाँद की सतह पर hard लैंडिंग की वजह से Vikram Lander में कुछ तकनीकी खराबी हो गयी। जिसकी वजह से Vikram Lander से संपर्क टूट गया।
लेकिन ISRO चीफ के. सिवान ने बताया की भले ही Vikram Lander से संपर्क टूट गया हो पर Chandrayaan 2 का orbiter चाँद की Orbit में स्थापित हो चूका है और वह कई सालों तक काम करता रहेगा। हमे सबसे ज्यादा जानकारी उसी से मिलेगी।
ISRO चीफ के इस बयान के बाद देशवासियों के चेहरे पर ख़ुशी दिखी। 6 सितम्बर से 7 जुलाई की सुबह तक देश के साथ-साथ दुनियाभर के देशों की नजर Chandrayaan 2 पर थी। उस समय शायद ही कोई सोया हो।
क्योंकि सब चंद्रयान की लैंडिंग का बेसब्री से इन्तजार कर रहे थे। ये लैंडिंग इस लिए भी खास थी क्योंकि चाँद के जिस हिस्से में Vikram लैंड करने वाला था, वहां अभी तक कोई भी देश नहीं पंहुचा था।