नागरिकता कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने सारी हदे पार कर दी। उत्तर पूर्वी दिल्ली के मौजपुर व जाफराबाद में दो दिनों से लगातार उपद्रव प्रदर्शनकारियों किया। CAA के विरोध में पहले जाफराबाद रोड को जाम कर दिया फिर अगले दिन कानून का समर्थन करने वाले और विरोध करने वालों में भिड़ंत हो गयी। इसके बाद भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया पर का का विरोध करने वाले उपद्रवी शांत नहीं हुए और पुलिस पर भी पथराव किया। जिसकी वजह से रतनलाल नाम के एक पुलिसकर्मी की जान चली गयी।
घर,दुकान और गाड़ी जलाई
प्रदर्शनकारी संविधान के नाम को बुलेटप्रूफ जैकेट की तरह उपयोग कर रहे है। उनका कहना है की वो संविधान की रक्षा करने के लिए मार्गो पर उतरे है। यदि ऐसा होता तो वो आम लोगों के घर,गाड़ी व दुकानों में आग न लगाते। संविधान प्रदर्शन करने का हक़ देता है पर हिंसक प्रदर्शन करने का नहीं। पिछले दो दिनों से हो रहे प्रदर्शन में आम लोगों के साथ कई पुलिस वाले भी घायल हुए है। दिल्ली के जिन इलाकों में हिंसा हुई है वहां पर धारा 144 लागू कर दी गयी है।
Delhi: Security has been deployed in Gokulpuri area. Clashes had broken out between two groups in the area yesterday during which one Delhi Police head constable had lost his life and Shahdara DCP Amit Sharma was injured. pic.twitter.com/87QlKIqMqo
— ANI (@ANI) February 25, 2020
मेट्रो,स्कूल आदि बंद
जिन क्षेत्रों में हिंसक प्रदर्शन हुए है उन क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दी गयी है। आम लोगों की सुरक्षा को देखते हुए पिंक लाइन के 5 मेट्रो स्टेशन मौजपुर-बाबरपुर,जाफराबाद, गोकुलपुरी, जौहरी एन्क्लेव और शिव विहार बंद कर दिए गए है व जनपथ, पटेल चौक व केंद्रीय सचिवालय,उद्योग भवन मेट्रो स्टेशनों के गेट बंद है। वहीँ सरकारी और प्राइवेट सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। अब जब इन इलाकों में शांति स्थापित होगी तभी मेट्रो और स्कूलों को शुरू किया जायेगा।
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प्रायोजित प्रदर्शन
CAA को लेकर हो रहे हिंसक प्रदर्शन को प्रायोजित माना जा रहा है। क्योंकि अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रम्प जिस दिन भारत आने वाले थे उसी दिन से प्रदर्शन दिल्ली में अन्य जगहों मौजपुर, जाफराबाद , करदमपुरी, चांद बाग, और दयालपुर में शुरू हो गए और इनको हिंसक रूप दिया गया। इससे ये बात पता चलती है की ये प्रदर्शन प्रायोजित थे। जब कोई मेहमान अपने घर में आता है तो हम पारिवारिक लड़ाई भूलकर एकता दिखाने की कोशिश करते है पर डॉनाल्ड ट्रम्प जब भारत आये हुए है और पीएम ने ट्वीट कर कहा है की ‘अतिथि देवो भवः’ तो ऐसे में ये प्रदर्शनकारी उन आये हुए मेहमान को क्या सन्देश देना चाहते है की भारत में जगह-जगह हिंसा होती है। यहाँ के लोगो में एकता नहीं है,वो एक दूसरे को मारने के लिए रास्तों पर उतर आये है।