जैसा की हम सब जानते है की कोरोना वायरस के कहर के चलते देश को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन किया गया है। इन 21 दिनों में कोरोना वायरस पर कुछ हद तक नियंत्रण पाया जा सकेगा। वहीं इसी बीच सरकार भी लोगों को घर में ही रहने के लिए प्रेरित कर रही है और इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। जिसमें से एक है लोगों की डिमांड पर 90 के दशक की ‘रामायण’ और ‘महाभारत’ का प्रसारण। लेकिन रामायण के प्रसारण से एक बॉलीवुड अभिनेत्री की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अब आप सोच रहे होंगे की कौन है वो अभिनेत्री तो बता दूँ की वो अभिनेत्री कोई और नहीं बल्कि Swara bhaskar है।
गौरतलब है की Swara bhaskar अक्सर ही ट्रोलर्स का शिकार होती हैं। सोशल मीडि या यूजर्स उन्हें उनके किसी ना किसी बयान या ट्वीट को लेकर ट्रोल करते ही रहते हैं। लेकिन इस बार ट्रोलर्स ने हद ही कर दी है। दरअसल इस बार ट्रोलर्स ने Swara bhaskar को रामायण के प्रसारण की वजह से ट्रोल करना शुरू किया है। बता दूँ की इस बार कोई वजह तो नहीं थी लेकिन फिर भी ट्रोलर्स ने Swara bhaskar पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। दरअसल ट्रोलर्स ने Swara bhaskar की रामायण के एक किरदार से तुलना कर दी।
सोशल मीडिया यूजर्स ने Swara bhaskar की तुलना की है ‘मंथरा’ से। दरअसल मंगलवार की सुबह से ही ट्विटर पर ‘रामायण’ के दो मशहूर महिला किरदार रानी कैकेयी और उनकी नौकरानी मंथरा ट्रेंड कर रही थीं। जिसके बाद लोगों ने Swara bhaskar की तुलना मंथरा से करना शुरू कर दी। यहां तक कि लोगों ने Swara bhaskar को कलयुग की मंथरा तक बता दिया।
ऐसा कोई पहली बार नहीं हुआ है की जब Swara bhaskar को ट्रोल किया जा रहा हो। इससे पहले भी Swara bhaskar कई बार ट्रोलर्स का शिकार हो चुकी हैं। लेकिन ये पहली बार होगा जब वो बिना किसी बयान, ट्वीट या वजह से ट्रोल हो रही हैं। लोगों की इन पोस्ट पर कई यूजर्स ने कमेंट्स भी किए हैं। गौरतलब है कि 90 के दशक की रामायण को लोग बहुत पसंद करते हैं। जिसकी वजह से लोगों की डिमांड पर इसे एक बार फिर से शुरू किया गया है।
किन्नरों ने की एक अनूठी पहल, जरूरतमंदों को बांटा राशन सामग्री
त्रेता युग में मंथरा! कलयुग में मंथरा pic.twitter.com/N95sa1LxCg
— Brahma ? (@dTweetOfBrahma) March 30, 2020
वैसे तो टेलीविजन पर रामायण कई बार आ चुकी है। लेकिन रामानंद सागर की रामायण का क्रेज आज भी लोगों में बरकरार है। 90 के दशक में जब इसका प्रसारण किया जाता था तब रामायण के समय में सड़कों पर कर्फ्यू जैसा माहौल हुआ करता था। इसके किरदारों को लोग असल जीवन में भगवान मानकर पूजने लगे थे। जब रामायण का प्रसारण शुरू हुआ करता था उसके पहले लोग अपने टेलीविजन के आगे अगरबत्ती जलाया करते थे और खत्म होने के बाद प्रसाद भी बांटा करते थे।