बाराबंकी :- कहा जाता है कि लालच आदमी का सब कुछ बरबाद कर सकता है और कुछ इसी राह पर चलकर यहाँ की कम्पनियों ने लोगों को बरबाद किया भी है। बाराबंकी में भी एक कम्पनी ने सैकड़ों करोड़ का घोटाला कर भोले-भाले लोगों को लूटने का काम किया है लेकिन यह कम्पनी और ज्यादा कुछ कर पाती इससे पहले इसका एक अधिकारी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। कम्पनी के अधिकारी पकडे जाने की सूचना के बाद निवेशक थाने पर आ गए और पुलिस से उस अधिकारी को न छोड़ने की अपील करने लगे।
बाराबंकी की नगर कोतवाली पर भीड़ लगा कर खड़े यह लोग वह निवेशक हैं जो विस्वास ट्रेडिंग नामक कम्पनी में अपना पैसा जमा कर रखे थे। इन्हे जानकारी मिली कि इस कंपनी का एक अधिकारी पुलिस के हत्थे चढ़ा है और पुलिस पर उसे छोड़ने के लिए उक्त कम्पनी से जुड़े लोग दबाव बना रहे हैं। दरअसल इस कंपनी के फ्राड की शिकायत पुलिस से इन्ही निवेशकों ने की थी। इन निवेशकों ने बताया कि यह कम्पनी सैकड़ों करोड़ का घोटाला कर के भागने की फिराक में थी।
नगर कोतवाली थाने पर खड़े यह लोग विस्वास ट्रेडिंग कम्पनी के निवेशक है। इन लोगों को यह लालच दिया गया था कि उनके द्वारा निवेश किया गया धन दो साल से भी कम समय में दूना हो जाएगा और निवेश कराने वाले एजेन्ट को भी पांच लाख से कम में डेढ़ प्रतिशत प्रति माह और पांच लाख से ऊपर दो प्रतिशत प्रति माह की दर से कमीशन दिए जाने का लालच दिया। शुरुवात में तो निवेशकों को पैसा समय से दिया गया मगर और जनपद में विश्वास के नाम पर दिखावे के लिए कई तरह के व्यापारिक प्रतिष्ठान खोले गए मगर जल्दी ही पैसा देना और प्रतिष्ठान बन्द कर दिया गया।
प्रतिष्ठान बन्द होने पर निवेशकों के अन्दर यह भावना आ गयी कि अब यह कम्पनी भाग न जाए औरइसके लिए वह अपनी रकम वापसी का दबाव बनाने लगे। कम्पनी के अधिकारीयों ने निवेशकों को विस्वास दिलाने के लिए उनके रकम की चेक अवधि समाप्ति के समय की दे दी गयी।
जिससे निवेशक शांत तो हुए मगर समय पूरा होने के बाद जब चेक बाउन्स होनी शुरी हुयी तो निवेशकों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और उसी के कारन आज पुलिस ने इस कंपनी के एक अधिकारी को हिरासत में ले लिया। निवेशकों ने बताया कि यह कंपनी पश्चिम बंगाल की कम्पनी होने का दवा करती थी और उसके अधिकतर अधिकारी वहीँ से थे।