उत्तर प्रदेश के रामपुर से समाजवादी पार्टी के नेता हुए सांसद आज़म को सुनवाई के लिए शनिवार को सीतापुर जेल से वापस रामपुर जेल भेजा गया है। फ़र्ज़ी दस्तावेज़ के मामले में उनको 7 दिन के लिए जेल भेजा गया था। पूर्व कैबिनेट मंत्री आज़म खान ने इस दौरान मीडिया से बात करते हुए योगी सरकार पर बहुत ही गंभीर आरोप लगाया है। आज़म खान कहा है कि “वह मेरे साथ आतंकवादी जैसा व्यवहार कर रहे हैं, इस सरकार में मेरे साथ बहुत ही अमानवीय व्यवहार हो रहा है”। आज़म खान के योगी सरकार पर इस गंभीर आरोप के बाद राज्य में राजनीति और ज़्यादा गर्म होने की आशंका जताई जा रही है।
Senior SP leader Azam Khan being taken from Sitapur jail to Rampur for hearing in forgery case. He says 'they are treating me just like a terrorist' pic.twitter.com/Io9swjQmTZ
— ANI UP (@ANINewsUP) February 29, 2020
सीतापुर की जेल में आज़म खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म खान को एक साथ एक ही बैरक में रखा गया था जबकि उनकी पत्नी तंज़ीन फातिमा को महिला वार्ड में रखा गया था। आज कोर्ट की सुनवाई के लिए आज़म खान को परिवार के साथ वापस रामपुर जेल भेजे जाने की नई खबर सामने आयी है। पुलिस ने बताया है कि आज़म खान के समर्थक बड़ी संख्या में रामपुर में विरोध प्रदर्शन करने की तैयारियों में जुटे हुए हैं और इससे वहां पर माहौल भी ख़राब हो सकता है। इससे पहले पुलिस ने आज़म खान की सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए रामपुर जेल से सीतापुर जेल में स्थानांतरित कर दिया था।
सुरक्षा कारणों से सीतापुर जेल भेजे गए आज़म खान, तंज़ीन फातिमा व अब्दुल्ला आज़म
जेल के डीजी आनंद कुमार ने कहा कि रामपुर जेल के सुपरिटेंडेंट ने बुधवार के दिन राज्य सरकार को एक रिपोर्ट भेजा था जिसमे आज़म खान तथा उनके परिवार को लेकर सुरक्षा की चिंता जताई गई थी। उन्होंने बताया कि इंटेलिजेंस इनपुट के बाद आज़म खान और उनके परिवार को रामपुर से जेल से सीतापुर जेल भेजने का निर्णय लिया गया था। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि आज़म खान की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थक एक बड़े विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं। आज़म खान को पहले बरेली जेल भेजने की तैयारी हो रही थी लेकिन बाद में राज्य सरकार ने उनको सीतापुर जेल में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया।