अमेरिका और चीन के बीच में तनाव कम होता नजर नहीं आ रहा है। अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निशाने पर इस समय चीन और डब्ल्यूएचओ है। मामला इतना बढ़ गया है कि अब अमेरिका डब्ल्यूएचओ की फंडिंग रोकने तक पर विचार कर रहा है और अमेरिकी सीनेट ने डब्ल्यूएचओ प्रमुख को पत्र लिखकर जवाब देने के लिए कहा है।
कल शुक्रवार को व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्स के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर निशाना साधते हुए कहा कि “चीन में हमारे साथ-साथ अन्य देशों से भी फायदा लिया है। चीन को विकासशील देश माना जाता है, मैं चाहता हूं कि हमें भी विकासशील देश ही बना दीजिए। हमें भी अपने देश में कई विकास कार्य करने हैं।
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चीन की अर्थव्यवस्था अमेरिका की वजह से बढ़ी
चीन की अर्थव्यवस्था तब से बढ़ना चालू हुई जब अमेरिका की सहायता से चीन WTO (WORLD TRADE ORGANISATION) में शामिल हुआ। चीन पिछले 30 वर्षों से अमेरिका से फायदा ले रहा है। उसने डब्ल्यूटीओ द्वारा ऐसे नियम इस्तेमाल किए, जो हमारे देश अमेरिका के लिए अन्यायपूर्ण रहे हैं।” बता दें अमेरिका कोरोना वायरस दुनिया भर में फैलने की वजह चीन को मानता है। अमेरिका का कहना है कि चीन ने कोरोनावायरस को लेकर वास्तविक डाटा को छुपाया है और इस बात की जानकारी डब्ल्यूएचओ को थी। इसी वजह से डब्ल्यूएचओ भी अमेरिका के निशाने पर है।