उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने ने लोगों से उनका साथ देने की अपील किया है और कहा है कि वह पहले व्यक्ति होंगे जो किसी भी फार्म को नहीं भरेंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के 200 विधायक धरने पर बैठे हुए हैं जिससे मुख्यमंत्री डरे हुए हैं और अपनी कुर्सी बचने के लिए लोगों के साथ अन्याय कर रहे हैं।
अखिलेश यादव ने रविवार को राजधानी लखनऊ में सपा मुख्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सभी को भारतीय नागरिक कहते हुए कहा कि “अगर जरूरत पड़ी तो मैं पहला ऐसा व्यक्ति बनूंगा, जो किसी भी फॉर्म को नहीं भरेगा, लेकिन सवाल यह है कि आप समर्थन करेंगे या नहीं। हम नहीं भरते एनपीआर, क्या करंगे आप?”। अखिलेश यादव ने कहा कि जो भी भारतीय नागरिक है पहले अपने देश को बचाए। लोगों के पास नौकरियां नहीं है इसी लिए यह लोग लोगों का ध्यान भटका रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि लोगों से 50 साल पुराने कागज मांगे जा रहे हैं, लोग कहां से लेकर आएँगे। साथ ही कहा कि बीजेपी इतिहास बनाएगी लेकिन वह इतिहास आर्थिक विकास की मंदी का बनेगा।
Samajwadi Party leader Akhilesh Yadav in Lucknow: If need arises, I will be the first one who will not fill any form, but the question is if you will support or not. Hum nahi bharte NPR, kya karenge aap? pic.twitter.com/Fb0bSnjXYv
— ANI UP (@ANINewsUP) December 29, 2019
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बीजेपी पर किया तंज़
सपा नेता अखिलेश यादव ने छात्रसभा की बैठक के बाद एलान किया कि सपा की सरकार बनते ही सभी केस वापस ले लिए जाएंगे। उन्होंने छात्रसंघ का चुनाव जीतने वाले सभी नौजवानों को मुबारकबाद दी और कहा कि आज ख़ुशी का दिन है। साथ ही कहा कि लोगों को पीटने वाले तथा एसओ को पीटने वाले लोगों पर कोई भी कार्यवाई नहीं की गई है। अखिलेश यादव ने आगे कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) तथा भर्ती राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) जनता के खिलाफ है और इससे किसी का भी भला नहीं होने वाला है। बवाल में मारे गए लोगों की सहायता करना चाहिए था।